संदेश

जो तुम फिर आ जाते

भय

अग्नि-परीक्षा

पथ

तुम पुकारो

मेरा देव

विराट

तुम्हारा प्रेम

शाश्वत

चाँद

सब तुम्हारा

अभिनंदन

सुकून

आकाश

मेरे जाने के बाद

व्रण

प्रयोजन

बंधन खुले

आराधना

रूह

रश्क़

तुम्हारी मौजूदगी

अमृत

आओ साकी फिर छलका दो

तो बात कुछ और होती